केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राममोहन नायडू ने यूट्यूब और गूगल के साथ मिलकर विमानन और शासन के क्षेत्र में एआई के उपयोग पर चर्चा की
नई दिल्ली। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राममोहन नायडू ने मंगलवार को नई दिल्ली में एक ऐतिहासिक बैठक आयोजित की, जिसमें यूट्यूब के ग्लोबल हेड नील मोहन, गूगल एशिया प्रशांत क्षेत्र के प्रमुख संजय गुप्ता, सरकारी मामलों के एमडी श्रीनिवास रेड्डी और यूट्यूब सरकारी मामलों की ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट लेस्ली मिलर ने भाग लिया। इस बैठक का उद्देश्य नागर विमानन और शासन की उन्नति के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देना था।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का महत्व
बैठक के दौरान, नेताओं ने शासन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की बढ़ती भूमिका पर विचार-विमर्श किया और गूगल के ऐसे नवोन्मेषी समाधानों की खोज की, जो एआई का उपयोग करके शासन को बेहतर बना सकते हैं। राममोहन नायडू ने नागर विमानन क्षेत्र में प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने, दक्षता में सुधार करने और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए एआई की क्षमता पर जोर दिया।
मंत्री नायडू की आशा
राममोहन नायडू ने इस सहयोग के सकारात्मक परिणामों के बारे में आशा व्यक्त करते हुए कहा, “शासन और नागर विमानन में एआई और प्रौद्योगिकी के एकीकरण में अपार संभावनाएं हैं। यूट्यूब और गूगल जैसी प्रौद्योगिकी दिग्गजों के साथ मिलकर काम करके, हम एक अधिक कुशल, सूचित और नवीन विमानन क्षेत्र बना सकते हैं जो सभी को लाभान्वित करेगा।”
यूट्यूब की भूमिका
यूट्यूब के ग्लोबल हेड नील मोहन ने यूट्यूब की कंटेंट क्रिएशन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि पर प्रकाश डाला, जो दुनिया भर में अरबों लोगों को शिक्षित करने और उनका मनोरंजन करने में सहायक रही है। उन्होंने प्रभावशाली कंटेंट क्रिएशन के महत्व पर जोर दिया, जो विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता और ज्ञान को बढ़ावा दे सकती है। राममोहन नायडू ने इस अवसर का उपयोग नागर विमानन के बारे में अधिक जागरूकता और ज्ञान फैलाने में यूट्यूब के सहयोग का अनुरोध करने के लिए किया है। उन्होंने एक ऐसी साझेदारी की कल्पना की, जिसमें यूट्यूब जनता को विमानन क्षेत्र की पेचीदगियों और उन्नति के बारे में शिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके, जिससे अधिक सूचित और सक्रिय दर्शकों को बढ़ावा मिले।
गूगल के साथ सहयोग के अवसर
इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री ने गूगल से विमानन से संबंधित स्टार्टअप के लिए सहयोग के अवसरों का पता लगाने का आग्रह किया। उन्होंने विमानन उद्योग के सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला और इन समस्याओं के समाधान के लिए अभिनव समाधान विकसित करने में गूगल की विशेषज्ञता मांगी। संभावित साझेदारी का उद्देश्य उन स्टार्टअप का समर्थन करना है जो अत्याधुनिक तकनीक और अभिनव दृष्टिकोणों के माध्यम से विमानन क्षेत्र के विकास और उन्नति में योगदान दे सकते हैं।
बैठक का निष्कर्ष
यह बैठक इन सहयोग के अवसरों का पता लगाने और अभिनव समाधानों को लागू करने की दिशा में काम करने के लिए आपसी समझौते के साथ संपन्न हुई, जो नागर विमानन और शासन के भविष्य को आगे बढ़ा सकते हैं।
इस बैठक से यह स्पष्ट होता है कि भारत प्रौद्योगिकी के माध्यम से नागर विमानन और शासन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। यूट्यूब और गूगल के साथ सहयोग के माध्यम से, यह पहल विमानन क्षेत्र में नई संभावनाओं के द्वार खोल सकती है और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।