कब है वट पूर्णिमा व्रत? मिलता है अखंड सौभाग्य, जानें शुभ मुहूर्त और इसका महत्व
हिंदू धर्म व्रत और त्योहारों का बहुत महत्व माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जिस तरह से ज्येष्ठ माह की अमावस्या के दिन सुहागिन स्त्रियां व्रत रख बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं। वैसे ही, ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा के दिन वट पूर्णिमा का व्रत रखा जाता है। इस दिन वट वृक्ष की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि इस साल कब पड़ रहा है वट पूर्णिमा व्रत और इसका शुभ मुहूर्त।
वट पूर्णिमा व्रट 2024 कब है?
ज्येष्ठ पूर्णिमा 21 जून, दिन शुक्रवार को सुबह 7 बजकर 31 मिनट पर शुभारंभ हो रहा है। वहीं, इसका समापन 22 जून, दिन शनिवार को शाम 6 बजकर 37 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार वट पूर्णिमा का व्रत 22 जून को रखा जाएगा।
वट पूर्णिमा व्रत 2024 शुभ मुहूर्त
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 31 मिनट से शुरु होगा और सुबह 10 बजकर 38 मिनट पर समाप्त होगा। वहीं, इस दिन स्नान दान के लिए शुभ समय 7 बजकर 31 मिनट के बाद है। आपको बता दें कि पूजा और स्नान-दान की कुल अवधि लगभग 3 घंटे है। इस दिन तीन विशेष योगों का निर्माण हो रहा है। यह तीन योग है- शुक्रादित्य, बुधादित्य योग, त्रिग्रही योग। इन योगों के निर्माण से साधक को वट पूर्णिमा के दिन पूजा करने से अखंड सौभाग्य के साथ ही निरोगी काया और पारिवारिक शांति का शुभ फल मिलता है।
वट पूर्णिमा व्रत 2024 का महत्व
ज्योतिष के अनुसार, वट पूर्णिमा का व्रत रखने से सुहागिन महिलाओं को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। पति के साथ संबंध अच्छे होते हैं और वैवाहिक जीवन में मधुरता आती है। वहीं, पति-पत्नी का क्लेश दूर होता है। संतान प्राप्ति में आने वाली सारी बाधाएं नष्ट हो जाती है। वहीं सास-ससुर के साथ रिश्ते अच्छे होते हैं।