सावन में करें भगवान शिव के इन 5 शंक्तिशाली मंत्रों का जाप, पूर्ण होगी हर मनोकामना
सनातन धर्म में भगवान शिव को देवों के देव ‘महादेव’ को माना गया है। कहा जाता है भगवान शिव इतने भोले हैं कि ये भक्तों से बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। भोलेनाथ को सृष्टि के निर्माता और संहारक दोनों के रूप में पूजा जाता है। भगवान शिव को सावन का महीना सबसे प्रिय है। सावन की शुरुआत है 22 जुलाई 2024 से हो रही है जो कि 19 अगस्त को समाप्त होगा। आज हम आपको भगवान शिव के कुछ मंत्र बताने जा रहे हैं जिनका जाप करने से जीवन की सभी परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है।
शिव गायत्री मंत्र
‘ॐ तत्पुरुषाय विदमहे, महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्। ‘
महामृत्युंजय मंत्र ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगंधिम पुष्टि वर्धनं उर्वारुकमिव बंधनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ।।
शिव ध्यान मंत्र
करचरण कृतं वाक्कायजं कर्मजं वा। श्रवणनयनजं वा मानसं वापराधं। विहितमविहितं वा सर्वमेतत्क्षमस्व। जय जय करुणाब्धे श्रीमहादेव शम्भो॥
पंचाक्षरी शिव मंत्र
ऊं नमः शिवाय
शिव रूद्र मंत्र
ऊँ नमो भगवते रूद्राये।
शिव मंत्रों के जाप करने से मिलने वाला लाभ
धार्मिक शास्त्र के मुताबिक, भगवना शिव के इन मंत्रों का जाप करने से लोगों को शक्ति व साहस प्राप्त होता है। उन्हें परेशानियों से मुक्ति मिलती है। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो मृत्यु से डरते हैं या जिनके प्रियजन गंभीर रूप से बीमार हैं। यह मंत्र मानसिक और शारीरिक दोनों प्रकार से शक्ति प्रदान करता है। वहीं, भगवान शिव के रूद्र मंत्र का जाप करने से कोई भी इच्छा पूरी होने की मान्यता है। शिव गायत्री मंत्र का जाप करने से बेचैन मन को शांति प्राप्त होती है और जीवन तनावमुक्त होता है।